BCCI Players Salary :- क्रिकेटरों की सैलरी कोई स्थिर नहीं होती, बल्कि यह विभिन्न तत्वों पर निर्भर करती है। क्रिकेटरों को उनकी सैलरी मुख्यतः उनके अनुबंध के आधार पर दी जाती है। यदि खिलाड़ी किसी फ्रेंचाइज़ी के साथ खेलता है, तो उसकी सैलरी उस फ्रेंचाइज़ी के अनुबंध के अनुसार तय की जाती है। इसके अतिरिक्त, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने वाले खिलाड़ियों को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा एक वार्षिक पैकेज मिलता है।
क्रिकेटरों की सैलरी और उनकी ग्रेडिंग प्रणाली को बेहतर तरीके से समझने के लिए, हमें कुछ और गहरे तथ्यों और आँकड़ों पर नजर डालनी होगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने क्रिकेटरों की सैलरी और उनकी ग्रेडिंग प्रणाली को बहुत ही सुनियोजित तरीके से स्थापित किया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन और योगदान के अनुसार उचित पारिश्रमिक मिले।
सैलरी निर्धारण कैसे होती है?
1.अनुबंध और फ्रेंचाइज़ी सैलरी:
- क्रिकेटरों की सैलरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा उनके फ्रेंचाइज़ी अनुबंध से आता है। जैसे कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खिलाड़ी विभिन्न टीमों के साथ अनुबंध करते हैं और उन्हें उनकी सेवाओं के लिए मोटी रकम दी जाती है।
- उदाहरण के लिए, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली जैसे शीर्ष खिलाड़ी अपने फ्रेंचाइज़ी अनुबंधों से करोड़ों की कमाई करते हैं। IPL के अलावा, अन्य T20 लीग जैसे बिग बैश लीग (BBL), कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) आदि में भी खिलाड़ी अनुबंध करते हैं और उनकी सैलरी का एक बड़ा हिस्सा इन्हीं से आता है।
2. बीसीसीआई का वार्षिक पैकेज:–
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों को BCCI द्वारा एक वार्षिक पैकेज दिया जाता है, जो उनकी ग्रेडिंग के अनुसार होता है। BCCI के इस पैकेज में खिलाड़ियों को सालाना एक निर्धारित राशि मिलती है, जो उनके ग्रेड पर निर्भर करती है।
ग्रेडिंग सिस्टम क्या है?
ग्रेडिंग एक ऐसा प्रणाली है जिसका उपयोग खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस और उनके योगदान के आधार पर उनकी श्रेणी निर्धारित करने के लिए किया जाता है। ग्रेडिंग खिलाड़ियों को उनके खेल की विभिन्न श्रेणियों (जैसे टेस्ट, वनडे, T20) में उनके प्रदर्शन के आधार पर अलग-अलग श्रेणियों में वर्गीकृत करती है
पुरुष टीम की ग्रेडिंग प्रणाली
जैसा कि पहले बताया गया है, भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम में चार ग्रेडिंग श्रेणियाँ होती हैं: A+, A, B, और C. आइए इन श्रेणियों को और विस्तार से समझते हैं:
1. ग्रेडिंग A+:- इस श्रेणी में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जो तीनों फॉर्मेट (T20, वनडे, टेस्ट) में नियमित रूप से खेलते हैं। इन खिलाड़ियों को सालाना 7 करोड़ रुपए का पैकेज मिलता है। 2024 में इस श्रेणी में शामिल खिलाड़ियों में विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, और रविंद्र जडेजा शामिल हैं।
2. ग्रेडिंग A :- इस श्रेणी में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जो मुख्य रूप से वनडे और टेस्ट मैच खेलते हैं। इन खिलाड़ियों को सालाना 5 करोड़ रुपए का पैकेज मिलता है। 2024 में इस श्रेणी में रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, और हार्दिक पांड्या शामिल हैं।
3. ग्रेडिंग B :- – इस श्रेणी में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जो सीमित ओवर वाले मैच (जैसे T20) खेलते हैं। इन खिलाड़ियों को सालाना 3 करोड़ रुपए का पैकेज मिलता है। 2024 में इस श्रेणी में सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, और यशस्वी जायसवाल शामिल हैं।
4. ग्रेडिंग C :- – इस श्रेणी में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जो किसी एक फॉर्मेट में नियमित रूप से खेलते हैं। इन खिलाड़ियों को सालाना 1 करोड़ रुपए का पैकेज मिलता है। 2024 में इस श्रेणी में संजू सैमसन, रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड, शाहदुल ठाकुर, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, जितेश शर्मा, वाशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, अर्शदीप सिंह, केएस भरत, प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान, रजत पाटीदार, सरफराज खान, और ध्रुव शामिल हैं।
महिला टीम की ग्रेडिंग प्रणाली
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ग्रेडिंग प्रणाली भी बहुत ही संगठित तरीके से तैयार की गई है। इसमें तीन ग्रेडिंग श्रेणियाँ हैं: A, B, और C. आइए इन श्रेणियों को भी विस्तार से समझते हैं
1. ग्रेडिंग A :- इस श्रेणी में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जो सभी फॉर्मेट्स में खेलते हैं। इन खिलाड़ियों को सालाना 50 लाख रुपए का पैकेज मिलता है। 2024 में इस श्रेणी में हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, और दीप्ति शर्मा शामिल हैं।
2. ग्रेडिंग B :- इस श्रेणी में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जो मुख्य रूप से सीमित ओवर वाले मैच खेलते हैं। – इन खिलाड़ियों को सालाना 30 लाख रुपए का पैकेज मिलता है। – 2024 में इस श्रेणी में रेणुका ठाकुर, जेमिमा रॉड्रिग्स, शेफाली वर्मा, रिचा घोष, और राजेश्री गायकवाड शामिल हैं।
3. ग्रेडिंग C :- इस श्रेणी में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं जो किसी एक फॉर्मेट में नियमित रूप से खेलते हैं। इन खिलाड़ियों को सालाना 10 लाख रुपए का पैकेज मिलता है। 2024 में इस श्रेणी में मेघना सिंह, देविका वैद्य, अंजलि श्रावणी, पूजा वस्त्रकर, स्नेहा राना, राधा यादव, हरलीन देओल, याचिका भाटिया, और सब्बीनेनी मेघना शामिल हैं।
खिलाड़ियों के अन्य लाभ और भत्ते
1. मैच फीस :-
- खिलाड़ियों को उनके ग्रेड के अलावा प्रति मैच के लिए भी फीस मिलती है। यह फीस फॉर्मेट के अनुसार भिन्न होती है। टेस्ट मैचों के लिए फीस वनडे और T20 मैचों की तुलना में अधिक होती है।
- उदाहरण के लिए, एक टेस्ट मैच के लिए भारतीय खिलाड़ी को 15 लाख रुपए, वनडे मैच के लिए 6 लाख रुपए, और T20 मैच के लिए 3 लाख रुपए मिलते हैं।
2.अन्य प्रोत्साहन :-
- खिलाड़ियों को विशेष प्रोत्साहन भी दिए जाते हैं, जैसे मैन ऑफ द मैच, मैन ऑफ द सीरीज, और अन्य प्रदर्शन आधारित पुरस्कार।
- इसके अलावा, खिलाड़ियों को विज्ञापन और प्रमोशनल अनुबंधों से भी अतिरिक्त आमदनी होती है। विराट कोहली, रोहित शर्मा, और अन्य शीर्ष खिलाड़ियों को विज्ञापन अनुबंधों से करोड़ों की कमाई होती है।
3. यात्रा और आवास :-
- BCCI खिलाड़ियों के यात्रा और आवास की पूरी व्यवस्था करती है। अंतरराष्ट्रीय दौरों के दौरान खिलाड़ियों को बिजनेस क्लास में यात्रा और पाँच सितारा होटलों में ठहराया जाता है।
- इसके अलावा, घरेलू मैचों के दौरान भी खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
निष्कर्ष
भारतीय क्रिकेटरों की सैलरी और ग्रेडिंग प्रणाली एक सुव्यवस्थित और पारदर्शी प्रणाली है, जो यह सुनिश्चित करती है कि खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन और योगदान के अनुसार उचित पारिश्रमिक मिले। यह प्रणाली खिलाड़ियों को अपने खेल में सुधार करने और उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करती है।
इस लेख के माध्यम से हमने क्रिकेटरों की सैलरी की संरचना और उनकी ग्रेडिंग प्रणाली को विस्तार से समझा। आशा है कि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी। अगर आपके मन में कोई सवाल या सुझाव हो, तो कृपया कमेंट करके हमें बताएं।